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मंदार कोटा गुफा: बस्तर की प्राकृतिक गुहाओं का रहस्यमय संसार

बस्तर जिला, छत्तीसगढ़ का एक ऐसा क्षेत्र जो अपने घने जंगलों, आदिवासी संस्कृति और प्राकृतिक चमत्कारों के लिए मशहूर है। इन्हीं में से एक है मंदार कोटा गुफा (Mandar Konta Cave), जो प्रकृति प्रेमियों और एडवेंचर के शौकीनों के लिए एक अनोखा आकर्षण है।यहाँ पगडंडियों से होकर आपको गुजरना होगा पास में ही नदी आपको केरल  का एहसास दिला सकती है तो आइए जानें इस गुफा के बारे में विस्तार से:


मंदार कोटा गुफा का परिचय

  • स्थान: यह गुफा बस्तर के कांगेर घाटी राष्ट्रीय उद्यान के नजदीक स्थित है, जो जगदलपुर से लगभग 40 किमी दूर है।
  • विशेषता: यह एक प्राकृतिक चूना पत्थर (लाइमस्टोन) से बनी गुफा है, जिसके अंदर स्टैलेक्टाइट और स्टैलेग्माइट के आकर्षक नमूने देखे जा सकते हैं।
  • रहस्य: स्थानीय आदिवासी मान्यताओं के अनुसार, इस गुफा का संबंध प्राचीन काल के युद्धों और तांत्रिक साधनाओं से है।

कैसे पहुँचें?

  • नजदीकी शहर: जगदलपुर (Bastar का मुख्यालय)।
  • हवाई मार्ग: स्वामी विवेकानंद एयरपोर्ट, रायपुर (300 किमी) से जगदलपुर तक टैक्सी या बस।
  • रेल मार्ग: जगदलपुर रेलवे स्टेशन, जो विशाखापट्टनम-किरंदुल लाइन पर स्थित है।
  • सड़क मार्ग: जगदलपुर से कांगेर घाटी की ओर जाने वाली सड़क पर टैक्सी या बाइक किराए पर लें। गुफा तक पहुँचने के लिए जंगल के रास्ते पैदल ट्रैकिंग भी करनी पड़ सकती है।

घूमने का सही समय

  • नवंबर से फरवरी: मौसम ठंडा और सूखा रहता है, जो गुफा की यात्रा के लिए आदर्श है।
  • मानसून (जुलाई-सितंबर): गुफा के अंदर पानी भर सकता है और रास्ते फिसलनभरे होते हैं।

गुफा की खोज के टिप्स

  1. गाइड जरूर साथ लें: गुफा के अंदर रास्ते जटिल हो सकते हैं। स्थानीय गाइड की मदद से ही अंदर जाएँ।
  2. लाइट और कैमरा: गुफा के अंदर अंधेरा होता है, इसलिए टॉर्च या हेडलैंप ले जाएँ।हालाकि वहाँ गाइड्स टोर्च मुहैया कराते है आपको हेलमेट भी दिया जाता है अंदर जाने के लिए ।
  3. सुरक्षा: फिसलन से बचने के लिए ट्रैकिंग शूज़ पहनें और भीड़भाड़ वाले रास्तों पर सावधानी बरतें।वहाँ सकरी जगह है तो ख़ुद का बचाव करते हुए जाना पड़ सकता है ।

 

 


आसपास के आकर्षण

  1. कुटुमसर गुफा: एशिया की सबसे लंबी प्राकृतिक गुफाओं में से एक, जो यहाँ से 15 किमी दूर है।
  2. तीरथगढ़ झरना: बहती हुई धाराओं और ट्रैकिंग रूट्स के लिए प्रसिद्ध।
  3. दंडक गुफा: प्राचीन शैलचित्रों और जियोलॉजिकल फॉर्मेशन्स वाली गुफा।
  4. धुर्वा डेरा : bamboo Rafting ,kayking का आनंद ले सकते है ।

 


महत्वपूर्ण जानकारी

  • प्रवेश शुल्क: कांगेर घाटी नेशनल पार्क का एंट्री फीस लगभग ₹50 प्रति व्यक्ति।
  • समय: सुबह 9 बजे से शाम 5 बजे तक।
  • स्थानीय संस्कृति: गुफा के आसपास के आदिवासी गाँवों में मुरिया और माड़िया जनजाति के लोग रहते हैं। उनकी कला और रीति-रिवाज देखने लायक हैं।

क्यों जाएँ मंदार कोटा गुफा?

यह गुफा प्रकृति की अद्भुत कलाकृति है, जहाँ आप भूवैज्ञानिक चमत्कारों और रोमांच का अनुभव कर सकते हैं। साथ ही, यह बस्तर के जंगलों की समृद्ध जैवविविधता को करीब से देखने का मौका देता है।